नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) की वरिष्ठ नेता और सांसद डिंपल यादव पर एक मुस्लिम धर्मगुरु द्वारा की गई विवादित टिप्पणी ने देश की राजनीति में बड़ा भूचाल ला दियाहै। इस बयान के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने संसद के भीतर और बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।भाजपा ने इस टिप्पणी को न केवल व्यक्तिगत अपमान बताया, बल्कि इसे समूची भारतीय नारी शक्ति और लोकतांत्रिक मर्यादा के खिलाफ बताया है। संसद के मानसून सत्र में इस मुद्देको जोरशोर से उठाया गया और विपक्ष की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए गए। क्या कहा गया था धर्मगुरु द्वारा? मुस्लिम धर्मगुरु का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने डिंपल यादव के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक और असंवेदनशील भाषा का प्रयोग किया। बयान में धार्मिक और राजनीतिक भावनाओंको आहत करने वाले कई ऐसे शब्द थे जिन्हें लेकर न केवल राजनीतिक गलियारों में, बल्कि आम जनता में भी रोष फैल गया। भाजपा सांसदों का विरोध भाजपा के कई सांसदों ने इस बयान को “महिलाओं के खिलाफ मानसिकता” का उदाहरण बताया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में इस विषय को उठाते हुए कहा,“डिंपल यादव किसी भी पार्टी से हों, वह एक महिला हैं, और उनका इस तरह से अपमान किया जाना अत्यंत निंदनीय है। हम इस मुद्दे को सिर्फ राजनीतिक नहीं, सामाजिक दृष्टि से देख रहे हैं।” संसद भवन के बाहर भाजपा महिला मोर्चा और अन्य सांसदों ने पोस्टर और बैनर लेकर प्रदर्शन किया। ‘महिलाओं का सम्मान, भारत की पहचान’ जैसे नारों के साथ विरोध दर्ज कराया गया। समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया? हालांकि सपा की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया सामने नहीं आई, जिससे भाजपा ने विपक्ष की मंशा पर सवाल उठाए हैं। भाजपा का कहना है कि जब महिला सम्मान कीबात होती है, तो विपक्ष दोहरा रवैया अपनाता है। सोशल मीडिया पर समर्थन इस विवाद के बाद सोशल मीडिया पर #JusticeForDimpleYadav और #RespectWomen जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि राजनीति में भी अबव्यक्तिगत मर्यादा और महिला सम्मान को दरकिनार किया जा रहा है। निष्कर्ष डिंपल यादव पर विवादित टिप्पणी ने देशभर में महिला सुरक्षा, सम्मान और राजनीतिक शिष्टाचार को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। भाजपा ने इस मुद्दे को मजबूती से उठाकरमहिला सशक्तिकरण की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। अब देखना यह है कि सरकार और विपक्ष इस विवाद पर क्या कदम उठाते हैं।
